गौरीक विवाह क बाद बिदाई कालक ई गीत अछि। गौरि गाबैत छथिन्ह.. हम नै जेबै कोहबर घर हमरा डर लागय ये। हमरा डर लागै यें हमरा डर लागय यै।
भोला क भेष भूशा देखि गौरी के डर लगलन्हि ।
ई गीतक प्रसंग अछि।
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Baba lene chalu hmri apn nagari
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